RTI अधिनियम की U/S 4 अपेक्षाएं अनुपालन प्रक्रिया /अनुपालन का स्तर

(i) इसकी संस्था, कार्य एवं IYØÊf½¹fûÔ का ब्यौरा

इस शीर्षक के तहत उपलब्ध जानकारियां निम्नांकित हैं :-

उद्देश्य
निजी स्वयं सेवी प्रयासों के अनुपूरक के तौर पर भारत से हस्तशिल्प, हैण्डलूम उत्पादों, खादी तथा ग्रामीण उद्योगों के उत्पादों के निर्यात को अपने जिम्मे लेना।
 
उन देशों में विशेष निर्यात प्रोत्साहन उपायों को करने की जिम्मेदारी लेना जिनकी भारतीय हस्त–शिल्प, खादी तथा ग्रामीण उद्योग उत्पादों के आयात संभाव्यता की पर्याप्त ढ़ंग से तलाश नहीं की गयी है।

वैसी वस्तुओं का व्यापार करना जिसका व्यापार विनिमय तथा उस व्यापार को चलाना कंपनी के लिए आसान एवं लाभप्रद हो।

दृष्टि
भारत को विश्व बाजार के परिदृश्य पर जोरदार ढ़ंग से आगे बढ़ाने की कोशिश तथा मांग वाले देशों के ग्राहकों की बदलती आदतों के अनुरूप लगातार आपूर्ति के द्वारा दस्तकारी के उत्पादों की मांग पैदा करना।

भारत में नये–नये उत्पादों की सहायता हेतु लगातार बुनियादों पर संसाधनों का नियतन करना तथा उन्हें विश्व के बाजारों में बेचना इस प्रकार कि भारत में निर्माताओं/शिल्पियों तथा अन्य निजी व्यापारियों के लिए अवसर पैदा हो।

मार्किटिंग बाज़ू के तौर पर उन निर्माताओं/शिल्पियों (दस्तकारों) से निर्यात हेतु काम करना जो अपने मार्किटिंग सेटअप का वहन नहीं कर सकते हैं।
खरीदारों को उच्च गुणवत्ता के उत्पादों की लगातार आपूर्ति, मुनासिब मूल्य तथा इस प्रकार विश्व बाजार में भारतीय उत्पादों की प्रतिष्ठा को अनुसूची में बनाए रखना।

मिशन
भारतीय शिल्प उत्पादों तथा कौशलताओं को देश से बाहर विकसित करना, आगे बढ़ाना तथा बाजार में जोरदार ढ़ंग से पेश करना, दस्तकारों तथा कारीगरों के लिए इसके द्वारा मार्किटिंग चैनल उपलब्ध कराना।

(ii) इसके अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अधिकार एवं IYØÊf½¹f

अधिकारियों की नियुक्ति संस्था चार्ट के अनुसार है जो कि एक स्पष्ट पदानुक्रम स्थापित करती है। अधिकारियों की शक्तियां E¨fE¨fBÊXÀfe के निदेशक मण्डल द्वारा समय समय पर स्वीकृत शक्तियों के प्रत्यायोजन द्वारा नियंत्रित होती हैं।

संलग्न परिशिष्ट 'A' के अनुसार

(iii) निर्णय करने की प्रक्रिया में जिस कार्यप्रणाली का अनुसरण किया जाता है उसमें निगरानी एवं जवाबदेही के माध्यम शामिल हैं।

निर्णय लेने की प्रक्रिया में जिस प्रभागीय कार्य प्रणालियों का अनुसरण किया जाता है उनमें निगम के भीतर निगरानी एवं जवाबदेही के माध्यम शामिल हैं जो नीचे दिए गए हैं :-
प्रशासन/क्रमिक प्रभाग
I)   निजी मामलों के लिए निगम ने नियम बनाए हैं। निगम के
     पास वर्तमान में निम्नांकित नियम हैं :-

  • सेवा नियामक
  • आचरण, अनुशासन तथा अपील संबंधी नियम
  • भर्ती नियम,
  • कल्याण अनुदान नियम

II)  प्रशासकीय कार्यों के निवर्हन के लिए निगम के पास शक्तियों
     का प्रत्यायोजन है
     प्रशासन से संबंधित तथा निजी मामलों के फैसले नियमों अथवा शक्ति प्रत्यायोजन के अनुसार समय-समय पर जारी कार्यालय आदेश से किए जाते हैं।

मार्किटिंग/वाणिज्यिक  :-

सामान्य क्रय नीति
     जैसा कि परिचय एवं HHEC के उद्देश्य से विदित है कि हम हस्त-शिल्प, हैण्डलूम, दरियां RTW  तथा नामित एजेंसी के तौर पर सोने–चांदी का आयात एग्जिम नीति के अंतर्गत करते हैं तथा अंतिम उपयोक्ता/निर्यातक हेतु अन्य कच्चे माल का आयात करते हैं। हमारी क्रय नीति/प्रणाली निम्नांकित हैं :-

हस्तशिल्प, हैण्डलूम, दरियां तथा RTW

a)   निर्यात आर्डरों(क्रयादेश) के लिए

i)    मुख्य नीति है इवेंटरी में फण्डिंग से बचने की।  निर्यात मार्किट के लिए हम भंडारण तथा बिक्री नहीं करते हैं। निर्यात आर्डर होने की स्थिति में, प्राप्त नमूनों के आधार पर हम आर्डरों को बुक करते हैं और तब हम कारीगरों, बुनकरों, डीलरों से वह उत्पाद खरीदते हैं।
ii)    हस्त-शिल्प निर्यात आर्डर होने की स्थिति में हमारे आर्डरों का अधिकतर उस खरीदार द्वारा दिया जाता है जो व्यक्तिगत रूप से भारत आता है, माल की पहचान करता है जिसे हम क्रय आर्डर के अनुसार प्राप्त करते हैं, उसे पैक करवाते हैं, तथा अपनी मार्जिन जो सामान्यत: क्रेयता के साथ पहले से तय रहता है, रखने के बाद ¾fe´f¸fZÔMX करते हैं। शेष मामलों में उन आपूर्तिकर्त्ताओं से मटेरियल खरीदे जाते हैं जिन्होंने नमूने प्रदान किए हैं तथा वे नमूने क्रेयता द्वारा चयनित/स्वीकृत हैं।
iii)   कपड़ों पर आधारित हस्त-शिल्प, हैण्डलूम, कपड़े आदि हमारी खरीदारी का अधिकांश भाग उन उत्पादन केन्द्रों से प्राप्त किए जाते हैं जिसके नमूने क्रेयताओं द्वारा चुनें/स्वीकृत किए गए हैं तथा हम अपने अधिकारियों की निगरानी में माल उत्पादन की मॉनीटरिंग करते हैं तथा तय कीमत पर हम माल खरीदते हैं।
iv)   मार्किट से सीधे खरीदारी के मामले में जोकि मात्रा में अपेक्षाकृत कम होती है, हम विभिन्न आपूर्तिकर्त्ताओं से रेट मालूम करते हैं तथा कभी–कभी आपूर्तिकर्त्ताओं से कीमत पर मोल तोल करते हैं तथा समय पर माल पाने के लिए क्रय आर्डरों को विभक्त कर देते हैं।

b)   घरेलू खुदरा बिक्री

i)    यह क्रय हमारे खुदरा दुकानों के लिए है जहां हम माल प्राप्त करते हैं जो कि तेज गति वाला है अथवा प्रेषण के आधार पर जिसके लिए केवल माल बिकने के बाद ही अदायगी की जाती है।
ii)    खुदरा दुकानों के अन्य स्टॉक में निर्यात वापसी/रेजेक्टेड/निर्यात क्रयादेश का थोड़ा अधिक्य भाग है जोकि इन दुकानों से बेची जाती है।
iii)   दस्तकारों, कारीगरों के ÀfWXf¹f°ff±fÊ हम सीधे उनसे क्राफ्ट म्यूजियम, दिल्ली हाट तथा दिल्ली में अन्य जगहों में लगने वाले उनके मेलों/नुमाइशों से खरीदते हैं।

c)    RTW उत्पादन

     RTW उत्पादन हमारें गिन्डी (चैन्नई) एवं नोएडा (दिल्ली) स्थित गारमेंट फैक्ट्रियों में किया जाता है। केवल उन मामलों में जहां डिलीवरी शेड्यूल कड़ा है, कभी-कभी हम बाहर से भी काम करवा लेते हैं अथवा वैल्यू एडीशन/इम्ब्राइडरी आदि की स्थिति में इसे हम जॉब वर्क के आधार पर करवाते हैं।

सोना चांदी

     सोने चांदी की खरीदारी के मामले में, हमारी नीति केवल रीफाइनरीज़, बैंको तथा डीलरों जो LBMA के सदस्य होते हैं, से खरीदते हैं जिनको अपने तय किए मानदंडों के अनुसार सोने चांदी के आपूर्तिकर्ता के रूप में चयन करते हैं तथा पंजीकृत करते हैं। इस समय हमारे पास सोने चांदी के छ: आपूर्तिकर्ता (संलग्न परिशिष्ट के अनुसार) हैं। हम उन आपूर्तिकर्ताओं से अपने स्थानीय खरीदारों के सोने चांदी की मांगों को पूरा करते हैं, यह काम हम केवल उत्पाद की गुणवत्ता तथा प्रमाणिकता को सुनिश्चित करने के लिए करते हैं। इस मामले में भी नीति के तौर पर; हम केवल पहले बेचते हैं तथा तब क्रयादेश बुक करते हैं तथा कोई स्टॉक मेनटेन नहीं किया जाता है। आपूर्ति के लिए कीमत लंदन बुलियन मार्किट ऐसोशिएसन की दरों अथवा स्पॉट रेट के आधार पर तय की जाती हैं।

अन्य कच्चे माल का आयात

     इन स्थितियों में भी, सर्वप्रथम स्थानीय खरीदारों से क्रयादेश बुक करते हैं तथा उसके बाद ही हम अन्य देशों से कच्चा माल  खरीदते हैं जिसके लिए हम भाव भी आमंत्रित करते हैं तथा इंटरनेट पर अंतर्राष्ट्रीय बाजार दरों से भी इसकी पुष्टि की जाती है तथा तब आपूर्ति के लिए क्रयादेश दिया जाता है। यद्यपि, यह आयात हमारे क्रय पोर्टफोलियो का अधिकांश भाग नहीं होता है, यह हमारी खरीदारी का मुश्किल से 1 से 2% होता है

     चूंकि हम कई प्रकार के उत्पादों का व्यापार करते हैं तथा हम क्रेयता मार्किट में हैं। हमें तो खरीदारों की पसंद के अनुसार माल रखना होता है। अत: उत्पाद का स्तरीकरण करने तथा इन खरीदारियों के लिए कोटेशन आमंत्रित करना कभी–कभी डिलीवरी के समय के कारण आसान नहीं होता है, हमें विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं से अपनी खरीदारियों को विभक्त भी करना पड़ता है जिसमें रेट के फर्क पर भी सहमति की जाती है।

     जैसा कि ऊपर दिए गए संक्षिप्त क्रय प्रक्रिया से स्पष्ट है, कई गतिविधियों के लिए, HHEC का आपूर्तिकर्ताओं के चयन तथा मूल्य निर्धारण पर नियंत्रण है, इन उत्पादों/गतिविधियों के लिए हमारे व्यवहार्य व्यवसाय कार्यों के भीतर। चूंकि हम खरीदारों के मार्किट में हैं तथा नीति के अनुसार हम भंडारण तथा विक्रय नहीं कर रहे हैं हमने माल की खरीदारी की एक प्रक्रिया मार्किट की शक्तियों व्यापार की मांगों तथा खरीदार द्वारा बुक किए क्रयादेश के अनुसार तैयार की हुई है।

C)    लेखा तथा वित्त
     शक्तियों के प्रत्यायोजन के अनुसार लेखा व वित्त में निर्णय करने में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया। वित्त प्रभाग में, फैसले सामान्यत: निम्नलिखित से संबंधित हैं :-

i) खर्चें
ii) आपूतिकर्ता के बिलों का विमोचन
iii) वेतन
iv) लेखा अंगीकरण
v) बिक्री
vi) अन्य बुकिंग आदि

D)   कानूनी प्रभाग
    कानूनी मामले, शक्ति प्रत्यायोजन, भाग 'C' – कानूनी मामला के अनुसार हल किए जाते हैं। इसकी ´fb³fÊSXf½fÈdØf नीचे है :-

    "भारतीय हस्तशिल्प व हथकरधा निर्यात निगम लि. कe ओर से अध्यक्ष अथवा प्रबंध निदेशक अथवा कोई महाप्रबंधक अथवा सचिव अधिकृत एवं शक्तिसंपन्न हैं:

a              वादपत्रों लिखित कथनों, अपील के मैमरैनडमों तथा अन्य पैरवीयों, वकालतनामों, शपथपत्रों, विविध आवेदनों तथा अन्य सदृश्य दस्तावेजों, जिसमें संस्था से पहले नोटिसों पर हस्ताक्षर एवं उसको जारी करना और मुकद्दमों कe लंबित मामले, अपीलों, पुन:समीक्षाओं, अवलोकनों, मध्यस्थों तथा/अथवा बोर्ड के द्वारा अधिकृत अन्य मामले अथवा सक्षम प्राधिकार संस्थापित/समर्थित होने के लिए।

b              हस्ताक्षर करना एवं समझौतों का निष्पादन करना जिसमें पट्टा विलेख (लीज डीड) लाइसेंस, माल बंधन विलेख, बंधक विलेख पुर्नग्रहणाधिकार पत्र, क्षतिपूर्ति, बंध–पत्रों, वचनबद्धता, प्रतिज्ञाओं तथा अन्य सदृश्य दस्तावेज़ बोर्ड द्वारा प्राधिकृत अथवा दस्तावेजों तथा आवेदनों, जिसका हस्ताक्षरण/निष्पादन प्रासंगिक तथा/अथवा आवश्यक है।

c              सभी विवरणीय पर हस्ताक्षर एवं उसका सत्यापन जो कानून के द्वारा, भारतीय हस्तशिल्प व हैण्डलूम निर्यात निगम लि. द्वारा बनाए जाने को अपेक्षित हैं।

d              सभी प्रतिभूतियों जिसमें सरकारी प्रतिभूतियां शामिल हैं तथा HHEC ऑफ इंडिया लि. के नाम अथवा उसके स्वामित्व वाली वस्तुओं के दस्तावेज को हस्ताक्षरित करना तथा उनका निपटान करना; तथा

     प्रबंधक एवं शाखा स्तर के अधिकारी उससे नीचे के नहीं किसी व्यक्ति को वकालतनामों, शपथपत्रों, विविध आवेदनों तथा अन्य इसी प्रकार के दस्तावेजों जिसमें संस्था की तरफ से तथा मुकदमों, अपीलें पुनर्निरीक्षणों अवलोकनों, मध्यस्थतों तथा/अथवा अन्य कानूनी मामलों में निगम के अध्यक्ष महानिदेशक की पूर्व अनुमति से अधिकृत करना।

e              उपयु‍र्क्त (a) से (d) तक से संबंधित अथवा प्रासांगिक कार्यों एवं चीजों को करना

E.   कार्पोरेट कार्यालय
     कार्पोरेट कार्यालय में, मंत्रालय अथवा विकासात्मक योजनाओं आदि का प्रस्ताव संबंधित प्रभाग द्वारा तैयार किया जाता है तथा मंत्रालय के सम्मुख रखा जाता है। प्रभागीय अध्यक्षों द्वारा विकासात्मक योजनाओं की स्थिति में, तथा नीति मामलों से संबंधित प्रस्तावों की स्थिति में, निदेशक मंडल की स्वीकृति के बाद क्योंकि हमारी बोर्ड द्वारा प्रबंधनीय कंपनी है।

(iv) अपने कार्यों को निष्पादन के लिए इसके द्वारा निर्धारित प्रतिमान

हम, वाणिज्यिक कंपनी होने के नाते, समझौते के ज्ञापन (MOU) के अनुसार प्रतिमान निर्धारित किए जाते हैं भारत सरकार के साथ समझौते की बैठक में निर्धारित

(v) इसके नियम, विनियम d³fQZʾf³f, पुस्तिका तथा रिकार्ड अथवा इसके नियंत्रण के तहत अथवा इसके कर्मचारियों द्वारा अपने कार्यों के निष्पादन हेतु प्रयुक्त।

समझौते का ज्ञापन
1. सेवा विनियम
2. आचरण अनुशासन तथा अपील के नियम
3. भर्ती नियम
4. निजी फाइल
5. विशेष/निदेशक की नियुक्ति फाइल
6. कौंसिल/संस्था की सदस्यता
7. शेयर पूंजी तथा अन्य वैधानिक रिटर्नज़ फाइल
8. फैक्ट्री अधिनियम/ESI/ग्रेच्यूटी/बोनस तथा अन्य अधिनियम/स्कीम
9. विनियम/पॉलिसी फाइल
10. सरकारी फाइल से स्वीकृत
11. समझौता फाइल
12. बोर्ड की बैठक/एजेंडा/कार्यवृत्त फाइल
13. AGM एजेंडा/मिनट्स
14. लेखा फाइल को अंतिमरूप देना
15. वैधानिक रजिस्टर

कानूनी प्रभाग
1.    इस निगम से संबंधित मामलों में विभिन्न न्यायालयों द्वारा दिए गए फैसले इस प्रभाग द्वारा रखे जाते हैं जो कर्मचारियो द्वारा संदर्भ हेतु उपलब्ध हैं।
2.    इस प्रभाग के दस्तावेजों का वर्गीकरण:-

i कानूनी मामलों की फाइल
ii फाइल की कानूनी राय
iii कानूनी पत्राचार फाइल
iv मंत्रालय के साथ पत्राचार फाइल

सोना प्रभाग

सोने चांदी का आयात तथा ª½f`»fSXe का निर्यात, पुन:पूर्ति एडवांस गोल्ड स्कीम समय-समय पर RBI द्वारा जारी विदेश व्यापार नीति/दिशा निर्देश द्वारा नियंत्रित होती है। इस प्रभाग द्वारा अनुपालित प्रक्रिया एवं रीतियां समय–समय पर बोर्ड के निर्देशों के अनुकूल हैं।
फाइलों/कोटियों की बोर्ड कोटियां जिसके अंतर्गत डिविज़न के रिकार्डों को रखा जाता है निम्नांकित हैं:-

1. व्यक्तिगत ª½f`»fSXe प्रदर्शनी का पत्राचार फाइल साथ ही पार्टी वाइज़ बिक्री लेखा संबंधी फाइल
2. सहायक फाइलों का नामांकन
3. सोने एवं चांदी के आयात हेतु क्रयादेश के अनुरूप फाइलें
4. सोने एवं चांदी के आयात तथा ज्वेलरी निर्यात गतिविधियों के लागू/निष्पादन हेतु प्रक्रियाओं से संबंधित फाइलें

वित्त प्रभाग

वित्त प्रभाग के अधीन निम्नांकित हैं:–

i) बजट
ii) MOU
iii) प्रशासन द्वारा समय–समयय पर जारी इस संबंध में मेडीकल नियम, कर्मचारी कल्याण नियम तथा सरकुलर आदि
iv) बोर्ड के निर्देशों के अनुशार खरीद एवं क्रेडिट नीति फाइलों/कोटियों की विस्तृत बोर्ड कोटियां जिसके अंतर्गत इस प्रभाग द्वारा रिकार्डों को रखा जाता है निम्नांकित हैं:
a) सरकारी लेखा परीक्षा फाइलें
b) वार्षिक लेखा फाइलों को अंतिम रूप देना
c) वैधानिक लेखा परीक्षा
d) MIS फाइल
e) MOU फाइल
f) आयकर फाइल
g) लेखा बही (कंपनी अधिनियमानुसार) जो लेखा पैकेज "टैली" पर अनुरक्षित हैं जिसमें नगदी तथा बैंक पुस्तिका का भी काम हाथ से किया जाता है।
h) भौतिक सत्यापन विवरण तथा स्टॉक रिकार्ड
i) अचल परिसंपत्ति रजिस्टर
j) भुगतान बिलों का घर में विकसित पैकेज पर मेनटेनेंस किया जाता है

(vi) दस्तावेज़ों की उन कोटियों का विवरण जो इसके अधीन या इसके नियंत्रण में हैं

कर्मचारी विभाग
1. सेवा नियामक
2. आचरण, अनुशासन तथा अपील
3. भर्ती नियम
4. व्यक्तिगत फाइल
5. शाखाओं तथा अन्य सभी मामलों से संबंधित फाइलें

साचिविक प्रभाग

1. निदेशक नियुक्ति फाइल
2. काउंसिल/संस्था की सदस्यता
3. शेयर पूंजी तथा अन्य वैधानिक रिटर्नों की फाइलें
4. फैक्ट्री अधिनियम/ESI/ग्रेच्यूटी/बोनस तथा विभिन्न अन्य अधिनियम/स्कीम
5. विनियम/नीति फाइल
6. सरकार से स्वीकृत फाइल
7. समझौता फाइलें
8. बोर्ड की बैठक/एजेंडा/ मिनट फाइल
9. AGM एजेंडा/कार्रवाई
10. लेखा फाइलों को अंतिम रूप देना
11. वैधानिक रजिस्टर

कानूनी प्रभाग
1. इस निगम से संबंधित मामलों में विभिन्न न्यायालयों द्वारा दिए गए फैसले इस प्रभाग द्वारा रखे जाते हैं जो कर्मचारियो द्वारा संदर्भ हेतु उपलब्ध हैं।

2. इस प्रभाग के दस्तावेजों का वर्गीकरण:-

i कानूनी मामलों की फाइल
ii फाइल की कानूनी राय
iii कानूनी पत्राचार फाइल
iv मंत्रालय के साथ पत्राचार फाइल

(vii) किसी भी व्यवस्था का ब्यौरा जो इसकी पॉलिसी निर्माण अथवा उसके लागूकरण के संबंध में जन सदस्यों के राय मशविरा करने अथवा उनके प्रतिनिधित्व करने के लिए मौजूद रहता है।

HHEC बोर्ड द्वारा प्रबंधित कंपनी है तथा नीतियां निदेशक मंडल द्वारा तैयार की जाती हैं। इसके लागूकरण की जांच सदन की समितियां करती है जो कि सदन द्वारा समय–समय पर बनायी जाती  है। विभिन्न विषयों के लिए जिसमें राजभाषा शामिल है।

(viii) बोर्डों, काउंसिलों, कमेटियों तथा दो या अधिक व्यक्तियों पर आधारित इसके एक भाग के रूप में निर्मित निकायों का विवरण अथवा इसके नियम एवं सलाह के उद्देश्य हेतु तथा अन्य निकाय जनता के लिए खुले हैं अथवा नहीं अथवा इस तरह  की बैठकों के ब्यौरZ अथवा कार्रवाईयां जनता के लिए सुगम्य हैं अथवा नहीं।

वर्तमान में दो अथवा अधिक व्यक्तियों वाले निम्नांकित निकाय हैं:-
1.      निदेशक मंडल :- बोर्ड की बैठक के ब्योरे कंपनी अधिनियम 1956 के अनुसार परीक्षण अथवा उसकी नकल प्राप्त करना अनुज्ञेय नहीं हैं।

        इसके अतिरिक्त कंपनी अधिनियम 1956 के अनुसार सामान्य बैठक के ब्यौरZ निरीक्षण हेतु सदस्यों के लिए नि:शुल्क कम से कम दो घंटे के लिए खुले हैं। फिर भी,ब्यौरों की प्राप्ति के लिए कंपनी प्रति सौ शब्दों के लिए 1 रूपये शुल्क ले सकती है अथवा इसके छोटे भाग (सेक्शन 196) के लिए;
2.      विभागीय पदोन्नति कमेटी :- बैठक के ब्यौरे प्रशासकीय दृष्टिकोण से जनता के लिए खुले नहीं रहते हैं।
3.      नोएडा परियोजना उप कमेटी:- कमेटी E¨fE¨fBÊXÀfe के नोएडा भवन के निर्माण कार्य की प्रगति की निगरानी करने के लिए यह कमेटी बनाई गई है। व्यवसायिक दृष्टिकोण से ब्यौरे खुले नहीं हैं
4.      खुदरा खरीद कमेटी बैठक के ब्यौरे जनता के लिए प्रशासकीय व्यवसायिक कारणों से खुले नहीं हैं
5.      यौन उत्पीड़न कमेटी:- इस बैठक के ब्यौरे जनता के लिए सुगम्य हैं

(ix) इसके अधिकारियों एवं कर्मचारियों की डायरेक्टरी:

अधिकारियों एवं कर्मचारियों की डायरेक्टरी प्रभागानुसार उपलब्ध है तथा वेबसाइट पर रखा जा रहा है।
संलग्न परिशिष्ट  'B' के अनुसार

(x) इसके प्रत्येक अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा प्राप्त मासिक पारिश्रमिक जिसमें इसके नियामक में प्रदत्त क्षतिपूर्ति की प्रणाली शामिल है:

अधिकारियों के वेतन तथा भत्ते Oe´feBÊX द्वारा निर्धारित वेतन संरचना के अनुसार हैं। अंतिम वेतन पुनर्निरीक्षण 1.1.2022 को प्रभावी हुआ और यह 10 वर्षों के लिए है। स्टाफ का वेतन एवं भत्ता Oe´feBÊX दिशानिर्देश के अधीन निर्धारित किया जाता है।द्योगिक DA अधिकारियों तथा कर्मचारियों को दिया जाता है, अधिकारियों तथा कर्मचारियों की वेतन संरचना संलग्न है।

(xi) प्रत्येक एजेंसी को निर्धारित बजट की सभी योजनाओं का विवरण दिए गए भुगतान पर प्रस्तावित खर्चें तथा रिपोर्ट:

बजट कार्पोरेट कार्यालय एवं शाखाओं के लिए अलग अलग निर्धारित किया जाता है। वित्तीय वर्षों के दौरान निर्धारित बजट के अनुसार अदायगियां की जाती हैं। शाखाओं द्वारा मासिक रिपोर्ट देने की भी व्यवस्था है। बजट में नियत खर्चों में से संवितरण (खर्चों) के बारे में बजट वित्तीय वर्ष 2005-06 के लिए परिशिष्ट 'C' के तौर पर संलग्न है।

(xii) सहायतानुदान प्रोग्रामों के क्रियान्वयन का तरीका जिसमें निर्धारित धनराशि एवं इस प्रकार के प्रोग्रामों के लाभान्वितों का विवरण इस में शामिल है।

लागू नहीं

(xiii) इसके द्वारा स्वीकृत रियायतों, परमिटों अथवा प्राधिकारों के प्राप्तकर्ताओं का विवरण

HHEC द्वारा कोई परमिट जारी नहीं किया जाता है। इसके अतिरिक्त यह व्यवसायिक परमिट अथवा प्राधिकार वितरित नहीं करती है।

(xiv) इसके द्वारा उपलब्ध अथवा स्वीकृत सूचना के संबंध में विवरणों का इलेक्ट्रॉनिक रूपांतरित;

वेबसाइट
ग्राहक चार्टर
नियम एवं विनियम
वित्तीय लेखा
बजट
मासिक प्रगति रिपोर्ट

(xv) नागरिकों को सूचना प्राप्ति की उपलब्ध सुविधा जिसमें किसी लाइब्रेरी के काम के घंटे अथवा पढ़ने के कमरे शामिल हैं, यदि जनता के उपयोग के लिए मेनटेन किया जाता है;

सरलीकरण– सह–स्वागत पटल
नोटिस बोर्ड
व्यवसायिक कैटेलॉग

कोई लाइब्रेरी मेनटेन नहीं किया जा रही है।

(xvi) जन सूचना अधिकारी का नाम, पद एवं अन्य विवरण;

अपीली अधिकारी
Mr. Nirmal Sinha. अघ्यक्ष एवं महानिरीक्षक

नोडल अधिकारी Naveen Kumar Mishra

जन सूचना अधिकारी
i) Naveen Kumar Mishra, कम्पनी सचिव
ii) Shri N. Muralidharan, Consultant - चैन्नई
iii)Shri Anil Kumar, DM(T) - कोलकाता
iv) Shri R.J Dhamankar, DMM - मुंबई

सहायक जन सूचना अधिकारी
1. Shri Ramesh Chand, DMM - नोएडा
2. Shri. C. Sivaraman. DMM- चैन्नई
3. Shri. B.Das. AMM- कोलकाता
4. Shri Gawaadey, DMM - मुंबई

(xvii) इस प्रकार की अन्य सूचनाएं विहित हो सकती है; तथा उसके बाद इन प्रकाशनों का वर्ष में निर्धारित अंतराल के भीतर नवीनीकरण करती है

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